
केविन शाइन सॉमरसेट क्लब के पूर्व खिलाडी थे जो की बाद में जाके सॉमरसेट क्लब के कोच भी बन गए थे। उन्होंने साल 1989 से 1998 तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला, उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास कॅरिअर में हैम्पशायर, मिड्डलसेक्स और सॉमरसेट जैसे बड़े क्लब के खेला और केविन शाइन इंग्लैंड क्रिकेट के फ़ास्ट बोलिंग कोच भी रह चेके है साल 2006 से 2019 तक।
उन्होंने नोट्टिंगमशायर काउंटी क्लब को असिस्टेंट कोच के रूप में साल 2019 में ज्वाइन किया। उनका कोचिंग कॅरिअर की शुरुवात उनकी इंजरी की वजह से संन्यास लेने के बाद शुरू हुई। उन्होंने बड़े बड़े इंग्लैंड के काउंटी क्लब को फ़ास्ट बोलिंग कोच के रूप में ज्वाइन किया और काफी सारे खिलाडियों की उनकी फ़ास्ट बोलिंग को इम्प्रूव करने में मदद को। उन्होंने सॉमरसेट क्लब की साल 2001 से 2004 की फ़ास्ट बोलिंग कोचिंग की और उसके पहले साल के ही सत्र में उनकी टीम C&G ट्रॉफी जीतने में कामयाब हुई।
केविन शाइन के कॅरिअर की कुछ झलकियां
केविन शाइन ने 36.1 की औसत से 249 फर्स्ट क्लास विकेट झटके थे। उन्होंने 47 रन देकर 8 विकेट झटके थे हमशीरे के लिए लैंकशायर की खिलाफ खेलते हुए साल 1992 में लिए थे। उन्होंने 1997 के फर्स्ट क्लास क्रिकेट सीजन में 55 विकेट झटके थे और वो साल उनके कॅरिअर का बेस्ट साल बना क्योंकि उन्होंने उस साल अपना बेस्ट बनाया था जो उनके लिए एक साल में सबसे ज्यादा विकेट लेना था।
केविन शाइन बायोग्राफी
केविन शाइन का जन्म 22 फरवरी 1969 को ब्रकनेल बर्कशायर में हुआ था। वे सीधे हाथ के मध्यम तेज़ गेंदबाज़ थे और साथ ही साथ सीधे हाथ के पार्ट टाइम बल्लेबाज़ भी थे। उन्होंने अपने क्रिकेट के करार में तीन काउंटी क्लब के लिए क्रिकेट खेला और इंजरी के बाद सॉमरसेट, इंग्लैंड और नोट्टिंगमशायर की फ़ास्ट बोलिंग कोचिंग भी की।
केविन शाइन की की परिवार की जानकारी सामाजिक तौर पर उपलब्ध नहीं है। उन्होंने अपने क्रिकेटिंग कॅरिअर में कितना पैसे बनाये और उनके पास कितने रुपयों के एसेट्स हैं ये जानकारी को भी उनके द्वारा गुप्त रखा गया है। मगर सूत्रों की माने तो उनकी नेट वर्थ लगभाग $1 मिलियन से $5 मिलियन के बीच में हो सकती हैं।
केविन शाइन ने कैसे कई क्रिकेटर्स की मदद की इंजरी से उभरने में
फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने फ़ास्ट बोलिंग सोच के साथ साथ एक मेंटर की भूमिका भी अच्छे से निभाई जिसमे खिलाडियों के उनके इंजरी के दौरान मॉनिटर करना और उनको रिकवरी में हेल्प करना। उन्होंने कई खिलाडियों को इंजरी के बाद क्रिकेट में उसी रिथम से वापसी करने में काफी मदद की है क्योंकि वे इंजरी की वजह से कॅरिअर खतम हो जाने का दुःख जानते थे।
जैमी ओवरटोन इंजरी
इंग्लैंड के सेलेक्टर्स काफी इंप्रेस थे जैमी ओवरटोन के कुछ बढ़िया स्पेल्स से और वो उन्हें आने वही एशेज टेस्ट सीरीज में शामिल करने की भी सोच रहे थे। मगर उनकी साइड स्ट्रेन की अचानक इंजरी ने वो एशेज में नहीं खेल पाए थे। उनकी इंजरी पर टिप्पड़ी करते हुए केविन शाइन ने कहा जैमी ओवरटोन प्रभाव साली गेंबाज़ है और में उनको जल्द से जल्द क्रिकेट फील्ड में वापसी करने में मदद करूंगा कर उनका हौसला भी बढ़ाऊंगा और इसी से मालूम चलता है केविन शिएन अच्छे क्रिकेटर के साथ साथ अच्छे इंसान भी थे। धन्यवाद।
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